ज़िंदगी से रंजिश है मेरी,क्यों है न जानता हूँ मैं,खुशी आती है पल भर के लिए,बैठती ही नहीं है साथ मेरे,न जाने किस बात की नाराज़गी है,न समझ पाता हूँ मैं !!!